राकेश कुमार सिंह .......................... एक मस्तमौला साइकिल सवार
जैसा कि मैंने एक श्रृंखला प्रारम्भ करी थी जिसमे मैं अपने उन फेसबुक मित्रों के बारे में लिख रहा हूँ जो कुछ
नायाब कर रहे है। पिछली पोस्ट में मैंने आपका परिचय कविताकोश के संस्थापक ललित कुमार जी से करवाया था। उसके बाद काफी समय हो गया और व्यस्तताओं के कारण मैं कुछ लिख भी नहीं पाया। किसके बारे में लिखना है ये तो तय ही कर चुका था।
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अबकी बार Ride For Gender Freedom वाले राकेश कुमार सिंह के बारे में लिखना था। आज उनसे आपका परिचय करवा रहा हूँ। मौका भी बड़ा अच्छा है। अभी कुछ दिन पहले ही राकेश भाई India International Centre में मिले थे। उन्हें Global Gender Hero Award से नवाजा गया था। सर्वप्रथम राकेश भाई को बधाई। और कल ही राकेश भाई अपने शहर कानपुर में थे।
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Rakesh Kumar Singh |
Mr. Rakesh with Prof. Nivedita Menon (JNU) |
अबकी बार Ride For Gender Freedom वाले राकेश कुमार सिंह के बारे में लिखना था। आज उनसे आपका परिचय करवा रहा हूँ। मौका भी बड़ा अच्छा है। अभी कुछ दिन पहले ही राकेश भाई India International Centre में मिले थे। उन्हें Global Gender Hero Award से नवाजा गया था। सर्वप्रथम राकेश भाई को बधाई। और कल ही राकेश भाई अपने शहर कानपुर में थे।
राकेश कुमार सिंह बिहार के रहने वाले है। दिल्ली विश्वविद्यालय से पढाई की और उसके बाद मीडिया इंडस्ट्री में काम किया। उन्हें CSDS की सराय स्कालरशिप भी मिल चुकी है। उन्होंने एक किताब 'बम शंकर टन गणेश' भी लिखी है जो हिन्द-युग्म प्रकाशक से आ चुकी है। आप उस किताब को ऑनलाइन अमेज़न या फ्लिप्कार्ट से खरीद सकते है। ये तो हुआ उनका परिचय अब आते है उनके काम पर। राकेश भाई 3 साल पहले दिल्ली से लैपटॉप कुछ कपड़े लेकर निकल पड़े थे और चेन्नई से उन्होंने एक साइकिल यात्रा शुरू की जिसका मकसद लोगों को लैंगिक स्वतंत्रता के प्रति जागरूक करना है। इतने सालों से वो ....... राज्य के विभिन्न शहरों और गांवों में साइकिल से जा चुके है। आजकल वो UP के कानपुर होते हुए इटावा की ओर बढ़ रहे है। वो गाँव-शहर के चौक-चौराहों, मेलों हाट आदि में जाते हैं और लोगों से बात करते है। वे कहीं-कहीं कठपुतलियों का प्रदर्शन भी करते है। राकेश जी से मेरा परिचय लगभग डेढ़ साल पहले फेसबुक पर हुआ था। राकेश भाई लखनऊ किसी कार्यक्रम में आये थे तो उसकी पोस्ट से उनके बारे में जानकारी मिली। राकेश भाई से बात हुई तो उन्हें कानपुर आने का निमंत्रण दिया। कानपुर के सरस्वती ज्ञान मंदिर आजादनगर में उन्होंने स्कूल के बच्चों से जेंडर फ्रीडम को लेकर बात की। उसके बात विश्व पुस्तक मेला 2015 में भी अच्छी मुलाकात हुई। राकेश भाई अब 2016 में UP की यात्रा कर रहे है। आप उनसे E Mail, Phone या website से संपर्क कर सकते हैं।
Mob: +91-9811972872
Email: rakeshjee@gmail.com
Web: www.genderfreeedom.in Mob: +91-9811972872
Email: rakeshjee@gmail.com
आयुष शुक्ला